मैं चाहता हूं कुछ ,
पर मुझे पता नहीं
क्या तुम्हे पता है तो मुझे भी बता दो
अभी तो बस कुछ दिन गुज़रे है
फिर कुछ महीने गुजरेंगे
और फिर साल
जिंदगी भी गुज़र जाएगी
इस चाहत के दौर में
और मै बस चाहता ही रहूंगा
और ये सच है, मैं चाहता हूं कुछ
पर मुझे पता नहीं
तुम्हे पता चले तो बताना
चलो। अब चलता हूं।।
No comments:
Post a Comment